दोस्त के साथ मिलकर गऊ लड़की को रातभर चोदा hindi sex story

दोस्त के साथ मिलकर गऊ लड़की को रातभर चोदा

 

Xxx क्हानी चूत चुदाई की तब बनी जब मुझे एक हॉट गर्ल चुदाई के लिए मिल गयी. मेरा एक दोस्त मेरे साथ था. जब वह उसे चोद रहा था तो लड़की ने मेरा लंड मुंह में ले लिया.

कहानी के पहले भाग
गर्म लड़की ने चूत मारने के लिए बुलाया
में आपने पढ़ा कि लॉकडाउन में एक लड़की ने मेरे से सम्पर्क किया सेक्स के लिए. उसकी चूत में खुजली हो रही थी और लंड मिल नहीं रहा था. मैं अपने दोस्त की बंद दूकान में ले गया और वहां उसे फटाफट में एक बार चोद दिया.
मेरा पानी 2 मिनट के अंदर ही उनकी चूत में निकल गया।

अब आगे Xxx क्हानी चूत चुदाई की:

फिर मैं उनके ऊपर से उठ गया।
मैंने अपने लन्ड को रुमाल से साफ किया और उन्होंने भी अपनी चूत को कपड़े से साफ कर लिया।

लेकिन कपड़े किसी ने नहीं पहने।
हम जैसे थे वैसे ही फिर से सोफे पर बैठ गए।

मैंने उनसे सॉरी बोला, मैंने कहा- आज बहुत दिनों बाद मैंने किसी को चोदा है तो मेरा पानी बहुत जल्दी निकल गया।

इस पर वो बोली- कोई बात नहीं, आज तो पूरी रात है अपने पास। आज तुम मुझे चोद चोद कर अपनी रण्डी बना दो, मेरी चूत का भोसड़ा बना दो। मेरी चूत भी बहुत दिनों से लन्ड की प्यासी है।

मैंने कहा- ठीक है. मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा कि आपकी चूत की आग को अपने लन्ड से शांत कर सकूं।

बातें करते हुए मेरा लन्ड फिर से खड़ा होने लगा था।
मैंने उनसे कहा- मेरा लन्ड खड़ा हो रहा है। क्या आप मेरे लन्ड को चूसना चाहोगी?

वो बिना कुछ बोले सोफे पर से उठ गई और मुझे भी अपने साथ उठने का इशारा किया.
क्योंकि मेरा हाथ उनके हाथ में था तो मैं भी उठ कर खड़ा हो गया।

दोस्तो, आपको बताना भूल गया कि दुकान की लाईट काट दी गई थी.
तो जो भी हो रहा था वो बस एक दूसरे को महसूस करके हो रहा था।
बीच – बीच में मोबाइल की लाईट जला लेते थे लेकिन ज्यादातर सब अंधेरे में ही हो रहा था।

फिर वो घुटनों के बल बैठ गईं और मेरे लन्ड को सहलाने लगी।
वो कभी अपनी जीभ से मेरे लन्ड की खाल को पीछे खींचकर जीभ से चाटतीं, कभी लन्ड को पूरा मुंह में अंदर तक लेकर चूसती।

उनका लन्ड चूसने का अंदाज बहुत ही मस्त था।
ऐसा लगता था कि चूस चूस कर ही वो मेरा पानी निकाल देंगी।

इसका कारण यह था कि वो मुझसे पहले बहुत सारे लन्ड के साथ मजे ले चुकी थीं तो उनको मुझसे कहीं ज्यादा चुदाई का अनुभव था।

कुछ देर बाद मैंने उनसे बोला- अब बस करो. नहीं तो मैं आपके मुंह में ही झड़ जाऊंगा। अब आप नीचे जाओ।

वे बिना देर किए नीचे लगे बिस्तर पर लेट गईं और मैं भी उनकी दोनों टांगों को चौड़ा करके उनकी दोनों टांगों के बीच में आ गया.
उनकी गरम चूत पर मैंने अपने होंठ रख दिए.
जिससे उनकी सिसकी निकल गई।

उन्होंने मेरे सर को पकड़ कर जोर से अपनी चूत पर दबा दिया।
मैंने भी उनकी चूत की गहराई तक जीभ डाल कर उनकी चूत को चूसना शुरू कर दिया।

उनके मुंह से कामुक सिसकारियां निकल रहीं थीं जिससे कि पूरा माहौल गरम हो गया था।

वो मुझसे बोलीं- राज, अब देर मत करो जल्दी से मुझे चोद दो।
मैंने भी बिना देर किए जल्दी से कन्डोम का पैकेट उठाया और उसमें से एक कॉन्डोम निकालकर अंजू जी को दिया और बोला कि इसको मेरे लन्ड पर चढ़ा दो।

उन्होंनें उठकर बिना देर किए जल्दी से कन्डोम मेरे लंड पर चढ़ा दिया और लंड को मुंह में लेकर गीला करके वापस लेट गईं।

मैंने भी उनकी गरम चूत पर थोड़ा सा थूक दिया और लन्ड को उनकी चूत पर रख कर एक जोर का धक्का मार दिया जिससे कि मेरा पूरा लन्ड एक ही बार में उनकी चूत की गहराई में उतर गया।

उनके मुंह से एक मीठी सी कामुक सिसकारी निकल गई।
वैसे तो उनकी चूत ज्यादा टाइट नहीं थी लेकिन चुदाई करने में बहुत मजा आ रहा था।

मैं उनको चोदने के साथ उनको किस भी करने लगा जिसमें वो मेरा पूरा साथ दे रही थीं।
जब मैं उनको चोद रहा था तो वो भी नीचे से अपनी गांड उठाकर चुदाई में मेरा साथ दे रही थीं।

वो बहुत जोर जोर से मेरे होठों को चूम रही थीं.
साथ ही उन्होंने मुझे अपनी बाहों में कस के जकड़ रखा था, ऐसा लगता था कि वो मुझे पूरा ही अपनी चूत में ले लेना चाहती हों।

मैं उनके ऊपर था और उनकी बड़ी बड़ी मुलायम चूचियां मेरे सीने के नीचे दब रही थीं, मुझे तो जैसे जन्नत का सुख प्राप्त हो रहा था।

मुझसे जितना जोर से हो सकता था उतनी जोर से धक्का मार कर उनकी रसीली बुर को चोद रहा था और चुदाई में अंजू जी मेरा पूरा साथ दे रही थीं।

हर धक्के पर वो अपनी गांड को ऊपर उठा कर मेरे धक्के का जवाब दे रही थीं।

लगभग पंद्रह मिनट बाद मेरा वीर्य निकलने वाला हो गया तो मैंने उनसे बोला- मेरा निकलने वाला है.
तो उन्होंने मुझे और कस के पकड़ लिया और मेरे होठों को जोर जोर से चूसने लगी।

मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से उनकी चूत में धक्के लगाने लगा।
लगभग 20 धक्कों में ही मैं झड़ गया और झड़ने के बाद उनके ऊपर ही लेटा रहा।

मैं लगभग साठ आठ मिनट उनके ऊपर लेटा रहा इस दौरान मेरा लन्ड उनकी चूत में ही था।

फिर मैं उठा और लंड पर से कॉन्डोम निकालकर एक कोने में डाल दिया और लन्ड को साफ करके उनकी बगल में आकर लेट गया।

वो अभी भी पूरी नंगी लेटी हुई थी.
मेरे पास आते ही उन्होंने मुझे अपने से चिपका लिया और मुझे किस करने लगी.
और अपने बाएं हाथ से मेरे लन्ड को पकड़ कर सहलाने लगी।

मैं भी उनकी गांड को पकड़ कर सहलाने और मसलने लगा।

उनका पूरा मांसल शरीर था तो उनके चूतड़ बड़े बड़े और बहुत ही सेक्सी थे, उन्हें दबाने और मसलने में बड़ा मजा आ रहा था।

हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे के साथ मस्ती कर रहे थे कि तभी मेरे फोन पर किसी की कॉल आ गई।
देखा तो ये उसी दोस्त की कॉल थी जिसने अपनी दुकान हम लोगों को मजे करने के लिए दी थी।

जब मैंने कॉल उठाया तो उसने मुझे बाहर आने के लिए बोला।
मैंने ये बात अंजू को बताई कि दोस्त बाहर बुला रहा है।

तो वो बोली- जाओ देख लो, क्यों बुला रहा है।

मैंने अंडरवीयर पहनी और थोड़ा सा शटर खोल कर बाहर निकल गया और दोस्त से पूछा कि क्या बात है, बाहर क्यों बुलाया?

तो उसने मुझसे सीधे बोला कि क्या वो (अंजू) मुझे एक बार अपने साथ सेक्स करने देगी?

मैंने बोला कि इसके बारे में तो उनसे ही पूछना पड़ेगा अगर वो तैयार हो जाए तो मुझे कोई दिक्कत नहीं।

फिर मैंने दोस्त से पूछा- क्या हमारी सेक्स करते समय आवाज बाहर आ रही थी?
तो दोस्त बोला- हां आ रही थी तभी तो मेरा भी मन करने लगा।
मैंने बोला- ठीक है रुको, मैं पूछकर बताता हूं।

मैं दोस्त को बाहर खड़ा करके अंदर आ गया।
देखा तो अंजू अब सोफे पर बैठ कर मेरा इंतजार कर रही थी।

मैं जैसे ही अंजू जी के पास गया उन्होंनें मेरा हाथ पकड़कर अपने पास बिठा लिया और पूछा- क्या बोल रहा था आपका दोस्त?
मैंने उनकी एक चूची को दबाते हुए कहा- वो भी आपको चोदना चाहता है। जब हम चुदाई कर रहे थे तो हमारी आवाज बाहर जा रही थी जिसे सुनकर उसका भी मन आपकी चुदाई करने का हो गया है।

मेरी बात सुन कर वो बोली- क्या सच में?
मैंने बोला- हां जी. लेकिन अगर आपको नहीं करना तो आप मना कर सकती हो। वैसे हमारी पहले भी इस विषय पर एक बार बात हो चुकी है कि आपकी एक साथ दो लन्ड से चुदवाना है इसलिए आपसे पूछ रहा हूं कि अगर आप चाहो तो आपकी दो लन्ड से एक साथ चुदवाने की इच्छा भी पूरी हो जायेगी।

इतना कहकर मैंने उनके होठों को चूम लिया।

अंजू जी ने कहा- जैसा तुम ठीक समझो।
तो मैंने उनसे बोला- आप ऐसा मत सोचो कि उसने हमें करने के लिए जगह दी है इसलिए वो आपको चोदना चाहता है और न ये सोचो कि मैं आपका फायदा उठा रहा हूं। ऐसा आपने ही बोला था कि आपका एक साथ दो लन्ड से चुदने की इच्छा है इसलिए मैं आपसे पूछ रहा हूं अन्यथा मैं पहले ही उसको मना कर देता।

तो वो बोली- तुम क्या चाहते हो?
मैंने बोला- मेरे चाहने या ना चाहने से कोई मतलब नहीं है, अगर अपना मन हो तो ठीक है. नहीं तो मैं उसको मना कर देता हूं।
वो फिर बोली- तुम जो चाहो मैं करने को तैयार हूं।

तो मैंने बोला- ठीक है, फिर मैं उसको मना कर देता हूं।
इतना कहकर मैं उठ कर जाने लगा.

तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली- ठीक है, उसको बुला लो। लेकिन मैं कुछ नहीं करूंगी उसके साथ, उसका जो मन होगा करेगा।
मैंने पूछा- क्या मतलब?

तो वो बोली- मैं उसके साथ रोमांस नहीं करूंगी, उसको जो भी करना है कर लेगा, मैं उसको मना नहीं करूंगी। मुझे रोमांस सिर्फ तुम्हारे साथ ही करना है।
मैंने बोला -ठीक है मैं उसको बोल देता हूं।

मैं अंजू जी को किस करके बाहर गया और दोस्त को पूरी बात समझा दी।
उसने बोला- ठीक है, मुझे कोई दिक्कत नहीं।

फिर मैं और दोस्त दोनों एक एक करके अंदर आ गए।
मैंने अंजू जी को बोला- सोफे से उठकर बिस्तर पर आ जाओ।

लाइट बंद थी तो अंधेरा था बस एक दूसरे को महसूस कर पा रहे थे।
मैं उनको हाथ पकड़कर सोफे पर से उठाकर फर्श पर लगे बिस्तर ले गया और हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लिपटकर लेट गए।

मैंने दोस्त को कन्डोम का पैकेट दे दिया और मैं अंजू जी को किस करने लगा।

मैं अंजू जी के दाईं तरफ लेटा था और अंजू जी मेरा तरफ करवट लेकर लेटी हुई थी।

मैं उनको किस करते हुए उनके बूब्स को भी दबा रहा था.

मैंने महसूस किया कि अंजू जी जो करवट लेकर लेटी हुई थी अब वो कमर के नीचे से चित हो गई हैं.
मतलब अब मेरा दोस्त भी नंगा हो चुका था और उसने अंजू जी को सीधा किया है ताकि वो उनकी चुदाई कर सके।

दोस्त ने अंजू जी की दोनों टांगों को चौड़ा किया और उनकी टांगों के बीच में आकर उसने अपना कन्डोम लगाया हुआ लन्ड अंजू जी की रसीली चूत में डाल दिया।

जब दोस्त के धक्कों से अंजू जी के बदन में हलचल होने लगी, तब मैं समझ गया कि अब दोस्त ने अंजू जी की चुदाई करनी शुरू कर दी है।

मैं अभी भी अंडरवीयर में था और उनको किस कर रहा था।

अब मैं जैसे ही उठा तो अंजू जी ने मेरा हाथ पकड़ लिया।
मैं उठकर बैठ गया और उनके कान में धीरे से बोला- क्या हुआ?
तो वो भी धीरे से बोली- तुम कहीं मत जाओ, मेरे पास हो रहो।

मैंने बोला- मैं नहीं जा रहा हूं. मैं अपके साथ ही हूं मेरी जान!
और मैंने उनको किस कर दिया।

मेरा दोस्त अंजू जी को लगातार चोदे जा रहा था जिससे उनका बदन बार बार आगे पीछे हो रहा था।

दोस्त ने अंजू जी को चोदते हुए ही उनके कंधों को पकड़ कर सीधा किया और उनके दोनों बूब्स को पकड़ कर दबाते हुए उनकी चुदाई कर रहा था।

अंजू जी ने दाएं हाथ से मेरे लन्ड को अंडरवीयर के ऊपर से ही पकड़ा और सहलाने लगी.
तो मैंने उनसे बोला- इसको निकाल दो।

तो उन्होंने मेरी अंडरवियर निकाल दी.
और अब वो मेरे लंड को सहला रही थीं और मैं उनको बीच बीच में किस कर रहा था।

अब उनके मुंह से आह उहह की आवाजें निकलना तेज हो गई थी तो मैं अपने लन्ड को उनके मुंह के पास लेकर गया.

मेरा इशारा समझ कर अंजू जी मेरा पूरा लन्ड अपने मुंह में लेकर चूसने लगीं।

इधर मेरा लन्ड उनके मुंह में और मेरे दोस्त का लन्ड उनकी चूत में था.

इस तरह से अंजू जी एक साथ दो लन्ड के मजे ले रही थीं।

दोस्त ने अब अपनी स्पीड बढ़ा दी और कुछ ही धक्कों के बाद वो झड़ गया।

इधर अंजू जी पूरे जोश में मेरा लन्ड चूस रही थीं, ऐसा लगता था कि आज तो ये मेरा लन्ड खा ही जाएंगी।

अंजू जी की सांस तेज चल रही थी.
एक वजह ये थी कि उनकी जोरदार चुदाई हुई थी और साथ ही उनके मुंह में अभी भी मेरा लन्ड था जिसको वो जोर जोर से चूस रही थी।

दोस्त झड़ जाने बाद सोफे पर बैठ गया और कुछ देर बाद अंजू जी भी कुछ शांत हो गई।

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